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Akola Old City murder case:दारू की लत से परेशान होकर बेटे और पत्नी ने की रमेश सातरोटे की हत्या; पुलिस की गहन जांच से हुआ सनसनीखेज खुलासा

Akola Old City murder case:दारू की लत से परेशान होकर बेटे और पत्नी ने की रमेश सातरोटे की हत्या; पुलिस की गहन जांच से हुआ सनसनीखेज खुलासा
अकोला- जुना शहर अंबिका नगर क्षेत्र में हुई एक संदिग्ध मृत्यु का मामला आखिरकार सुलझ गया है। शिला रमेश सातरोटे (उम्र 42) नामक महिला ने 30 अप्रैल को जुना शहर पुलिस स्टेशन में अपने पति रमेश सातरोटे (उम्र 52) की आकस्मिक मृत्यु की जानकारी देते हुए शिकायत दर्ज करवाई थी।

जुना शहर पुलिस ने मर्ग क्र. 15/2025 के तहत भारतीय न्याय संहिता 2023 की धारा 194 के अंतर्गत मामला दर्ज कर जांच शुरू की।

तकनीकी और गोपनीय जांच से सामने आई सच्चाई

जांच के दौरान पुलिस अधिकारियों ने तकनीकी साक्ष्य, पोस्टमॉर्टम रिपोर्ट और गोपनीय जानकारियों को गंभीरता से खंगाला। प्रारंभिक जांच में ही मौत पर संदेह जताया गया, जिससे जांच का रुख अपराध की ओर मुड़ गया।

26 मई 2025 को मामले में बड़ा मोड़ आया जब मृतक की पत्नी शिला और उनके नाबालिग बेटे के खिलाफ ठोस सबूत मिले। जुना शहर पुलिस की सघन और लगातार जांच के चलते दोनों ने रमेश सातरोटे की हत्या करना स्वीकार किया।

दारू की लत से घर में रोज होता था हंगामा

पुलिस के अनुसार, रमेश सातरोटे शराब के आदी थे और रोजाना पत्नी और बेटे को गाली-गलौज और मारपीट करते थे। 29 अप्रैल की रात करीब 10 बजे, उन्होंने नशे की हालत में घर में उत्पात मचाना शुरू किया और पत्नी को बुरी तरह पीटना शुरू किया। यह देख बेटा क्रोधित हो गया और उसने घर में रखे फावड़े से पिता पर हमला कर दिया। इसके बाद मां और बेटे ने मिलकर रमेश सातरोटे की पिटाई की, जिससे उनकी मृत्यु हो गई।

कानूनी प्रक्रिया पूरी कर दर्ज किया गया हत्या का मामला

पुलिस ने तकनीकी विश्लेषण, पोस्टमॉर्टम रिपोर्ट और गोपनीय जानकारी के आधार पर भारतीय न्याय संहिता 2023 की धारा 103(1), 3(5) और 238 के तहत दोनों आरोपियों के खिलाफ हत्या का मामला दर्ज कर उन्हें हिरासत में लिया है।

वरिष्ठ अधिकारियों के मार्गदर्शन में कुशल जांच

यह संपूर्ण कार्रवाई माननीय पुलिस अधीक्षक श्री अर्चित चांडक, अपर पुलिस अधीक्षक श्री अभय डोंगरे और उपविभागीय पुलिस अधिकारी श्री सतीश कुलकर्णी के मार्गदर्शन में की गई। मामले की जांच पुलिस निरीक्षक नितीन लेव्हरकर, सहायक पुलिस निरीक्षक विवेकानंद भारती और पुलिस हवलदार अर्जुन खंडारे द्वारा सफलतापूर्वक की गई। आगे की जांच पुलिस उपनिरीक्षक सुशील कोडापे कर रहे हैं।

न्याय की दिशा में पुलिस की मेहनत और सतर्कता सराहनीय

यह पूरा मामला समाज के लिए एक झटका है, लेकिन पुलिस की कुशलता और गोपनीयता के साथ की गई जांच के कारण एक जटिल अपराध का सफलतापूर्वक पर्दाफाश हुआ है।

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