Akola Police Gets Advanced Mobile Forensic Van:पुलिस को मिली अत्याधुनिक 'मोबाइल फॉरेंसिक वैन', अपराध जांच में आएगा बड़ा बदलाव
पुलिस अधीक्षक अर्चित चांडक के हाथों हरी झंडी; भारतीय नागरिक सुरक्षा संहिता 2023 के तहत सुविधा
अकोला -जिले में अपराध जांच को आधुनिक बनाने की दिशा में आज एक महत्वपूर्ण कदम उठाया गया है। पुलिस अधीक्षक श्री अर्चित चांडक के कर कमलों द्वारा, उपविभागीय पुलिस अधिकारी (एसडीपीओ), मूर्तिजापूर विभाग, श्रीमती वैशाली मुले की उपस्थिति में पुलिस अधीक्षक कार्यालय अकोला में मोबाइल फॉरेंसिक वैन को हरी झंडी दिखाकर कार्यशील किया गया।
*भारतीय नागरिक सुरक्षा संहिता के तहत पहल*
यह अत्याधुनिक सुविधा भारतीय नागरिक सुरक्षा संहिता, 2023 के प्रावधानों के तहत उपलब्ध कराई गई है। न्या. वै.प्र. संचालनालय, मुंबई के आदेशानुसार और सी.एस.एम. कॉम्प्युटर्स इंडिया लिमिटेड, मुंबई के सहयोग से यह महत्वपूर्ण पहल क्रियान्वित की गई है। प्राप्त वाहन संख्या MH 12 45 9442 उपविभागीय पुलिस अधिकारी, मूर्तिजापूर के कार्यालय के लिए आवंटित किया गया है, और अन्य विभागों को भी चरणबद्ध तरीके से ऐसी सुविधाएं प्रदान की जाएंगी। इस फॉरेंसिक वैन में अत्याधुनिक किट, रसायन और नमूने (सैंपल) एकत्र करने के उपकरण उपलब्ध हैं, तथा इसके संचालन के लिए विशेषज्ञों की एक टीम भी नियुक्त की गई है।
*विशेषज्ञों की टीम मौके पर करेगी जांच*
इस विशेष टीम में शामिल अधिकारी और कर्मचारी अपराध स्थल पर पहुंचकर वैज्ञानिक तरीके से जांच प्रक्रिया को अंजाम देंगे। टीम में श्री ज्ञानेश्वर शिंदे (सहायक रासायनिक विश्लेषक), वृषभ मनोज तिवारी (सहायक रासायनिक विश्लेषक), स्वाती अजाबराव लोड (वैज्ञानिक सहायक), सौरभ बबन कांबळे (वैज्ञानिक सहायक), श्वेता विजय समदुर (वैज्ञानिक सहायक), निकीता सुरेश ठाकरे (वैज्ञानिक सहायक), प्रशांत कडू (वाहन चालक), गोवर्धन भोयर (वाहन चालक), योगेश करवते (प्रयोगशाला परिचर) और ज्ञानेश्वर शिंदे (प्रयोगशाला परिचर) शामिल हैं।
*ब्लॉकचेन तकनीक से मिलेगी पारदर्शिता*
इस मोबाइल फॉरेंसिक वैन का उपयोग उन अपराध जांचों के लिए किया जाएगा जिनमें सात वर्ष या उससे अधिक की सजा का प्रावधान है। जांच अधिकारी या पुलिस स्टेशन से मांग प्राप्त होने पर यह वैन तुरंत घटनास्थल पर पहुंचेगी। विशेषज्ञ मौके पर नियंत्रण लेंगे, नमूने एकत्र करेंगे और आधिकारिक क्राइम सीन रिपोर्ट तैयार करेंगे। खास बात यह है कि इस पूरी प्रक्रिया में ब्लॉकचेन तकनीक का इस्तेमाल किया जाएगा, जिससे हर गतिविधि का रिकॉर्ड पारदर्शी और सुरक्षित तरीके से दर्ज हो सकेगा। इस आधुनिक सुविधा से अपराध जांच की गति, सटीकता और विश्वसनीयता में काफी वृद्धि होगी, जिससे अकोला जिला पुलिस की जांच प्रणाली और अधिक सक्षम बनेगी।
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