Header Ads Widget

आइकॉन अस्पताल के खिलाफ जिलाधिकारी ने दिए जांच के आदेश

आइकॉन अस्पताल के खिलाफ जिलाधिकारी ने दिए जांच के आदेश
अकोला-स्थानीय आयकाँन अस्पताल में शहर के प्रसिद्ध नागरिक गणेश गुरबानी की इलाज के दौरान मौत हो गई थी। यह प्रकरण मे ऑक्सीजन के अभाव से अपने पिता की मौत होने की शिकायत  उनके  पुत्र लोकेश गुरबाणी ने जिलाधिकारी जितेंद्र पापालकर  के पास करते हुए इस प्रकरण की जांच की मांग की थी। जिसके चलते  जिलाधिकारी पापलकर ने जिला शल्य चिकित्सक राजकुमार चौहान के नेतृत्व में पांच सदस्य जांच समिति स्थापन करके पूरे प्रकरण की जांच के आदेश दिए। इस आदेश से पूरे  स्वास्थ्य क्षेत्र में हलचल मच गई है। बता दें कि शहर के आइकॉन अस्पताल में कोरोना उपचार के लिए सुप्रसिद्ध व्यापारी गणेश गुरबाणी भर्ती हुए थे। कुछ समय के बाद उन्हें  रूमसे घाई गड़बड़ में आईसीयू में शिफ्ट किया गया। इस घटना पर परिजनों  का कहना है की आईसीयू में रहते समय अस्पताल प्रशासन द्वारा उन पर ध्यान नहीं दिया गया एवं ऑक्सीजन आपूर्ति खंडित होने से गणेश गुरबाणी की 18 मई को मौत होने का आरोप परिजनों ने अस्पताल प्रशासन पर किया था तथा उस दिन और मरीजो की मौते भी ऑक्सीजन के अभाव से होने की  शिकायत परिजनों ने की है। सीसीटीवी फुटेज जांच करने के बाद सत्य बाहर आने का दावा उनके परिजन कर रहे हैं। यह प्रकरण को गणेश गुरबाणी के सुपुत्र लोकेश गुरबाणी ने जिलाधिकारी जितेंद्र पापलकर इनके पास  रखकर जांच की मांग की थी। प्रकरण की गंभीरता को देखते हुए  जिलाधिकारी ने इस प्रकरण में पांच सदस्यीय जांच समिति गठित करके जांच के आदेश दिए है। गठित जांच समिति  निष्पक्ष जांच करेंगी  एवं  पूरे प्रकरण से पर्दाफाश करेंगी  ऐसी  आशा गुरबाणी के परिवार  के सदस्यों ने व्यक्ति की है। इस 5 सदस्यीय जांच समिति में डॉक्टर राजकुमार चव्हान अध्यक्ष, डॉक्टर मुकुंद अष्टपुत्रे सदस्य सचिव, डॉक्टर महाशब्दे सदस्य, डॉ प्रविन सपकाल सदस्य, डॉ नीलेश अपार सदस्य इनका समावेश है।

Post a Comment

0 Comments

close