२२३७ घर، ६२०० हेक्टर फसल का नुकसान व १५३ जानवरों की मौत
अकोला- पिछले २४ घंटो मे हुई तेज बारीश से शहर व तहसील मे बाढ की स्थिती निर्माण होकर बडी मात्रा मे नुकसान हुआ है। भारी बारीश हुए एवं बाढ से हुए नुकसान का १३ टिमों के माध्यम से पंचनामा करके तात्काल रिपोर्ट पेश करने के निर्देश निवासी उपजिल्हाधिकारी संजय खडसे ने दिए।रात को हुई भारी बारीश से नुकासान का जाएजा लिया गया। इसवक्त उपविभागीय अधिकारी सदाशिव शेलार, निलेश अपार, विश्वनाथ घुगे, तहसिलदार अरकराव तथा महसुल विभाग व महानगरपालिका के अधिकारी व कर्मचारी उपस्थित थे।विगत २४ घंटो मे हुई भारी बारीश से अकोट तहसील के पनोरी मे ४५ वर्षीय व्यक्ती पठार नदी के बाढ से बह गया है उनकी तलाश जारी है।तथाजिले . मे २२३७ घरों का नुकसान हुआ है। ६२०० हेक्टर फसल का नुकसान हुआ है। तथा १५३ जानवरों की मौत होने की जानकारी आपत्ती विभाग ने दी।अकोला शहर के मोर्णा नदी मे आई बाढ के कारण फसे हुए ४० लोगो सुरक्षित स्थान पर भेजा गया। तथा उगवा ग्राम मे खेत बाढ से फसे २ लोगो को एसडीआरएफ पथक द्वारा सुरक्षित बाहर निकाला गया। तथा तहसील के बाढ से फसे २६ लोगो को स्थानिक शोध व बचाव पथक द्वारा सुरक्षित बचावकार्य किया गया। भारी बारीश का पंचनामा करने के लिए तलाठी, ग्रामसेवक व मनपा कमीaयों के संयुक्त पथक द्वारा सर्वेक्षण किया जा रहा है। भारी बारीश व बाढ से हुए नुकसान का पंचनामा तात्काल पेश करने के निर्देश निवासी उपजिल्हाधिकारी संजय खडसे ने दिए है। तथा सुरक्षा के चलते नागपूर से एसडीआरएफ पथक व स्थानिय आपत्ती पथक तैयार रखे गए है।
सतर्कता का इशारा
मौसम विभाग, नागपूर के संदेश अनुसार मंगलवार (दि. २७ जुलाई) के बिच जिले मे हल्की से मध्यम व तेज स्वरूप की बारीश तथा बिजलीयोें का चमकना होने संभावना दशाई गई गई है।
दगडपारवा प्रकल्प पूर नियंत्रण कक्ष की जानकारी अनुसार गुरुवार दि.२२ को सुबह ११ बजे दगडपारवा प्रकल्प के एक दरवाजे को प्रत्येकी २.५० सेमी उचाई के अंतराल पर खोला गया है। नदी मे कुल २.०५ घ.मी./से. इतना पानी का रिसाव किया जा रहा है। पुर्णा बॅरेज-२(नेरधामणा) बॅरेक के सभी दरवाजे उपर उठाए गए है। बाढ का स्तर २४३.५० मी है। १२ गेट मे से बाढ का पानी बह रहा है। बाढ का विसर्ग ४६७२.९२ घमीप्रसे है।पानी की आवक को देखते हुए बढाना एवं कम करने पर निर्णय लिया जाएगा।इसी के मद्देनजर जिले के सभी नागरीकों को सतर्कत रहने की अपील की गई है। नदी किनारे के गावों पर नागरीकों ने नदी, नाले, तालाब आदी स्थानों पर बारीश शुरू रहते समय एवं बाढ की स्थिती निर्माण होने पर देखने के लिए गदी ना करें।पुलपर से पानी बहने पर वहां से दुपहिया अथवा प्रत्यक्ष जाना टाले। संबंधित अधिकारी, कर्मचारी, मंडल अधिकारी, तलाठी, ग्रामसेवक, कृषी सहायक, आरोग्य विभाग के कर्मचारी ने अपने मुख्यालय मे उपस्थिती रहकर सभी विभागो ने योग्य खबरदारी लेने के निर्देश जिल्हाधिकारी आरोरा ने दिए।
0 Comments