भारी बारीश से प्रभावित क्षेत्रों में तत्काल पंचनामा करें - पालकमंत्री बच्चू कडू
अकोला, जिले में भारी बारिश से किसान व नागरिकों का बडी मात्रा मे नुकसान हुआ हैं। जिसके चलते तात्काल सर्वेक्षण करके पंचनामा करें ऐसे निर्देश राज्य मंत्री तथा अकोला जिले के पालकमंत्री ओमप्रकाश उर्फ बच्चू कडू द्वारा दिए गए।
इस संबंध में, पालकमंत्री कडू ने बताया की, हम भारी बारिश के इस समय के दौरान जिला प्रशासन के संपर्क में हैं और हम समय-समय पर स्थिति की समीक्षा कर रहे हैं। जिला प्रशासन राहत एवं बचाव कार्योे के लिए तत्काल कदम उठा रहा है। आपदा की इस घड़ी में सरकार किसानों और प्रभावितों के साथ मजबूती से खड़ी है। जिले के फसल बिमा धारक किसान अपनी फसल के नुकसान की सूचना तत्काल बीमा कंपनी को दें। पालकमंत्री कडू ने जिले में राहत और पुनर्वास एजेंसियों को प्रभावित लोगों को तत्काल राहत अनुदान प्रदान करने और नुकसान की तत्काल जांच करने के भी निर्देश दिए। जिले के जिन गांवों का संपर्क टुटा है, उनका पुन: संपर्क स्थापित करने को संबंधीतों विभागो ने प्राथमिकता देनी चाहिए। स्वास्थ्य और स्थानीय निकायों को इस बात का ध्यान रखना चाहिए कि हर गांव में रोगराई ना फैले । प्रत्येक स्थान पर आवश्यक दवा रखने की भी निर्देश पालकमंत्री बच्चू कडू ने दिए इस बीच गांधीग्राम में पूर्णा नदी पुल से पानी बह रहा है और अकोला-अकोट मार्ग बंद है. अकोला- म्हैसांग-दरियापुर मार्ग दोपहर से शुरू हो गया है।
बारशीaटाकली तालुका में सभी नदी नालों में भी पानी भर गया है, हालांकि, कोई भी गांव से संपर्क नही टुटा है। तालुका के राजंदा मंडल में ८०.५ मिमी बारिश हुई है। तालुका के मौजे एरंडा गांव में एक दीवार गिरने से शामराव अप्पा पवार (७०) की मौत हो गई, जबकि गांव में दो घर पूरी तरह क्षतिग्रस्त हो गए।अकोट तालुका में भी सभी नदी नालों में पानी भर गया है और कोई गांव नहीं कटा है। असेगांव बाजार में ७२ घर, राउडला में ६० घर और तालुका के वरूर में एक घर बाढ़ के पानी से क्षतिग्रस्त हो गया है। पंचनामा कराने का काम चल रहा है।तेल्हारा तालुका में सभी नदी नालों में भी पानी भर गया है और नेर, सांगवी और पिवंडल के गांवों से संपर्क टुट गया है।
व्याला मंडल में ८५ घरों को नुकसान
बालापुर तहसील में बालापुर जिले में ७१.३ मिमी और व्याला जिले में ७६ मिमी बारिश हुई। पूर्णा नदी का पानी शेगांव निंबा अकोट मार्ग पर अंदुरा में पुल से बहने के कारण सड़क यातायात के लिए बंद है। व्याला मंडल में ८५ घरों को नुकसान पहुंचा है और पंचनामा कराने की प्रक्रिया चल रही है. हाता में कुछ घरों में पानी रिसने की भी खबर है। पातुर तालुका में भी सभी नदी नालों में पानी भर गया है और किसी भी गांव के संपर्क तुटने की कोई खबर नहीं है। मुर्तिजापुर तालुका में, छह सर्किलों में भारी बारिश दर्ज की गई है। तालुका में ३३ घर क्षतिग्रस्त हुए हैं लेकिन कोई गांव से संपर्क नही कटा है।
जारी बारीश से १९५ गांवों में ८६५७ हेक्टेयर फसलें प्रभावित
जिले में पिछले तीन दिनों में भारी बारिश से १९५ गांवों में ८६५७ हेक्टेयर फसल प्रभावित हुई है। इस संबंध में, जिला प्रशासन द्वारा दी गई जानकारी के अनुसार, अकोला तालुका के २१ गांवों में १३४७ हेक्टेयर, मुर्तिजापुर तालुका के ३३ गांवों में ४४३ हेक्टेयर, अकोट तालुका के १०२ गांवों में २६४७ हेक्टेयर, तेल्हारा के २४ गांवों में ३४०० हेक्टेयर में फसलें उगाई गईं जिसमे कुल १९५ गावों म ८६५७ हेक्टर फसल बर्बाद हुई है।पातुर और बशिटाकली तालुकों में फसलें प्रभावित हुई हैं या नहीं इसकी जानकारी नही। जिला प्रशासन ने कहा कि प्रभावित फसलों में सोयाबीन, कपास, मुग, उड़द और तुअर शामिल हैं। प्रशासन ने यह भी स्पष्ट किया है कि पंचनामा कराने का काम अभी जारी है.
जिले की पुरस्थिती
अकोला तालुका में सभी नदी नालों में पानी भर गया है। पूर्णा नदी पर आई बाढ़ से ६०० की आबादी वाले डोनवाड़ा गांव का संपर्क टूट गया है. इसके परिणामस्वरूप आपदा प्रबंधन बल द्वारा गांव के ३० लोगों को सुरक्षित स्थानों पर पहुंचाया गया है। इन लोगों को पास के म्हातोडी गांव के एक स्कूल में अस्थायी आश्रय प्रदान किया गया है। तहसीलदार बळवंत अरखराव के नेतृत्व मे नागपुर आपदा प्रबंधन टास्क फोर्स, तथा तलाठी हरिहर निमकांडे, सुनील कल्ले आदि के नेतृत्व में राहत कार्य जारी है।
दोनों में से एक का शव मिला
इस बीच, गोपाल महादेव कांबे (१९) और सागर गोपालराव कावरे (२१) ६ तारीख को पारडी में कटेपूर्णा नदी में बह गए। उनकी तलाश आपदा राहत बल के जवानों द्वारा की जा रही है। इनमें गोपाल महादेव कांबे का शव मिला है। आज से दिन भर तलाश शुरू रही। तलाशी लेने वाली टीम में सहायक पुलिस निरीक्षक डी.एस. जाधव, बी. आर गरजे, पी. वी गरजे, एस.ए. जूनगरे इनका समावेश है।
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