सैलानी बाबा के उर्स पर प्रशासन का फैसला जानिए...!
बुलढाणा- बुलढाणा जिला ही नहीं पूरे भारत में प्रसिद्ध वह भारत के विभिन्न राज्यों से जिस यात्रा में लोग शामिल होते हैं इस संबंध में बुलढाणा जिला प्रशासन ने अहम फैसला लिया है। बुलढाणा जिले के हजरत हाजी अब्दुल रहमान उर्फ सैलानी बाबा का मनाए जाने वाला उर्स कोरोना वायरस के संक्रमण के कारण जिला प्रशासन ने लगातार तीसरे वर्ष भी रद्द कर दिया है। यह उर्स प्रति वर्ष 22 मार्च से 6 अप्रैल के बीच आयोजित किया जाता है। किंतु विगत 2 सालों से कोरोनावायरस के कारण संक्रमण ना बढ़े इसे ध्यान में रखते हुए उर्स नहीं मनाया जा रहा है किंतु इस पिछले साल भी ऐसा ही आदेश जिला प्रशासन द्वारा जारी किया गया जिसमें उर्स को रद्द करने का फैसला लिया गया। जिलाधिकारी कार्यालय में 3 मार्च को हजरत हाजी अब्दुल रहमान उर्फ सैलानी बाबा उर्स के आयोजन पर चर्चा के लिए बैठक आयोजित की गई थी। बैठक में जिला प्रशासन के साथ सैलानी ट्रस्ट के अधिकारी और उर्स समिति के पदाधिकारी शामिल हुए। सैलानी बाब यात्रा समन्वय समिति की पूर्व योजना बैठक निवासी उप जिलाधिकारी दिनेश गीते की अध्यक्षता में आयोजित की गयी। इस बैठक में यह निर्णय लिया गया की , राज्य सरकार ने राज्य के 14 जिलों में पाबंदियों में ढील दी है। हालांकि अभी तक बुलडाना जिले में अपेक्षित टीकाकरण नहीं हो पाया है। उन जिलों में प्रतिबंधों में ढील दी गई है जहां 90 फीसदी से ज्यादा लोगों ने पहली खुराक ली है और 70 फीसदी से ज्यादा लोगों ने दूसरी खुराक ली है। निवासी उप जिलाधिकारी गीते ने स्पष्ट किया है कि इस साल चिखली तहसील में कोई तीर्थयात्रा नहीं होगी क्योंकि बुलडाना जिला इसमें शामिल नहीं है।
गौरतलब है कि उर्स के उपलक्ष्य में प्रति वर्ष 22 मार्च से 6 अप्रैल तक विभिन्न धार्मिक , सांस्कृतिक , सामाजिक कार्यक्रमों और खेल स्पर्धाओं का आयोजन किया जाता है। दरगाह परिसर में बड़ा मेला लगाया जाता है , जिसमें विभिन्न सामानों की दुकान , होटल और झूले लगाए जाते हैं। कोरोना के चलते सभी कार्यक्रमों के आयोजन पर रोक लगाई गई है। जिला प्रशासन द्वारा आयोजित बैठक में जि. प. उपमुख्य कार्यकारी अधिकारी राजेश लोखंडे, उपविभागीय पोलिस अधिकारी सचिन कदम, सैलानी बाबा समिती अध्यक्ष अ. समद,एसटी निगम के रायलवार संभागीय नियंत्रक, तहसीलदार रूपेश खंडारे, चंद्र, शे. शफीक सहित अन्य अधिकारी एवं कर्मचारी उपस्थित थे।
0 Comments