अंतिम यात्रा के लिए भी करनी पड़ती है दूसरे गांव की यात्रा
अकोट- अकोट तहसील के गट ग्राम पंचायत मुंडगाव अंतर्गत आने वाले अमीनपुर में विगत कई वर्षों से श्मशान भूमि व पुल नहीं होने के कारण लाश का अंतिम संस्कार दूसरे गांव में ले जाकर करना पड़ता है। इससे यह पता चलता है कि ग्रामीणो को अंतिम यात्रा में भी दूसरे गांव की यात्रा करनी पड़ती है। यह तो छोड़िए गांव में अगर बाढ़ भी आ जाए फिर भी अपनी जान को जोखिम में डालकर ग्रामीण दूसरे गांव में अंतिम संस्कार के लिए जाते हैं। ऐसी ही एक घटना मुंडगांव की स्मशान भूमि में जगह नहीं होने के कारण एक बुजुर्ग महिला का अंतिम संस्कार भारी बारिश में दूसरे गांव में ले जाने का मामला सामने आया। 8 दिनों पहले अमीनपुर में चंद्रिका नदी पर पुल नहीं होने के कारण मुगुटराव ढगे यह 40 वर्षीय व्यक्ति पानी में बहने का मामला सामने आया था। तथा अकोट तहसील के मुंडगाव ग्राम पंचायत अंतर्गत आने वाले अमीनपुर निवासी गुंफाबाई सुधाकर पोहरकर यह 75 वर्षीय महिला का निधन हुआ। उनकी अंतिम विधि के लिए जाने हेतु अमीनपुर में रहने वाला रास्ता बारिश के कारण बंद हो जाने से उनकी अंतिम यात्रा को सीधे चंद्रिका नदी के बहते पानी से होते हुए दूसरे गांव की शमशान भूमि में ले जाना पड़ा। इस प्रकार की समस्याओं को हल करने की मांग व पुल का काम जल्द से जल्द करने की मांग स्थानीय ग्रामीण कर रहे हैं अगर पुल निर्माण नहीं किया गया तो आंदोलन का इशारा भी इस वक्त दीया गया है।
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