फिजियोथेरपी मे पानी उपचार से बिमरियो पर नियंत्रण
अकोला-आज शारीरिक वैद्यकीय विश्व मे अनेक विकासशील परिवर्तन हो रहे हैं. जग अब गोली दवाई यो के बजाय फिजियोथेरपी के उपचार प्रणाली की ओर मड रहा हैं.पारंपरिक फिजियोथेरपी उपचार प्रणाली मे अनेक वर्ष से ऐक्वेटिक थेरेपी अर्थात पानी उपचार प्रणाली आगे आयी हैं.अन्य महानगरो मे यह चिकित्सा शूरु हैं किंतु महानगर के लिये यह प्रणाली नयी हैं.इस सरल एवं बिना औषध की उपचार पध्दती का जनजागरण होना जरुरी हैं ऐसा मत फिजिओथेरपिस्ट,योग व फिटनेस समुपदेशक,बीपीटी व डीसीकेटी अहर्ता प्राप्त डॉ कीर्ती कोठारी ने व्यक्त किया. फिजिओथेरपी के इस प्रणाली मे पानी मे एक्सरसाईज की जाती हैं.पानी मे उतरकर एक्सरसाइज होती हैं, पानी कमर या छाती तक होता है,इसमे हाईड्रोथेरेपी के स्पेशल छोटे पूल रहते हैं,
उसमे पाव या हात की एक्सरसाईज कर बिमारी ठीक की जा सकती हैं.यह ऐक्वेटिक थेरेपी जॉईन्टस् मुव्हमेंट की रेंज बढाने मे मदत करती हैं.इसमे मासपेशीयो की ताकत बढती हैं,शरीर की चरबी कम होती हैं,बॅलन्सींग एक्सरसाईज करने मे मदत होकर,कार्डिओ एक्सरसाईज,रिलॅक्सेशन एक्सरसाईज करते आने से स्ट्रेस कम होने मे मदत होती हैं.सवाल यह हैं कि,यह सभी बाते पानी के बाहर एक्सरसाईज कर की जा सकती हैं,फिर पानी मे जाने का क्या मतलब?किंतु इसमे फायदा यह हैं कि,पानी मे जमीन की अपेक्षा अपने शरीर का वजन कम होता हैं,जितने जमिनपर हम जॉईन्ट हला सकते उससे कही ज्यादा हम पानी मे हला सकते.पानी मे दर्द भी कम लगता हैं. पानी मे ताकत हेतू एक्सरसाईज भी सरल होती हैं.
इसलिये जमीन की अपेक्षा पानी मे किया उपचार लाभदायक एवं तुरंत असरकार होता हैं.यह ऐक्वेटिक उपचार म्यूरोलॉजीकल प्रॉब्लेम्स अर्थात ब्रेन या स्पायनल कॉर्ड की तकलीफ, पार्किन्सस,लकवा,सेरेब्रल पाल्सी, न्युरोपॅथी, कमर दर्द,स्प्रेन या गर्दन का दर्द,ओस्टिओ अर्थरायटीस,हिप या घुटना,ओस्टिओ अर्थरायटीस,कमर दर्द,मसल्स पेन आदी मे यह थेरेपी लाभदायक.इस कार्य मे डॉ.नवीन कोठारी, फिजिओथेरपिस्ट डॉ जिनल शाह,डॉ राहुल कोठारी,डॉ दीपिका शाह आदी सेवा देते हैं.
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